Steamed Sprouts vs Raw Sprouts:  आज कल पता नहीं लोग फास्टफूड ज्यादा खाने लगे है जो हमारे सेहत के लिए ठीक नहीं है  हम लोग जब तक जाने पते है तब तक हम बीमार हो जाते है इस लिया हमे ज्यादा तर हेल्थी फ़ूड खाना चाहिए जो हमारे शरीर के लिया बहुत फायदे मंद होता है जिस फ़ूड की बात आज हम इस आर्टिकल में करने बाले है आज का Food ही हमारे शरीर को इतना शक्तिसाली बना देगा की आप यकीन नहीं क्र पायगे आज के समय में स्वस्थ भोजन खाना बहुत जरूरी हो गया है जो हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी होता है स्प्राउट्स यानी अंकुरित दाने को अक्सर हेल्दी डाइट में शामिल किया जाता है। यह छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक, सबके लिए फायदेमंद माने जाते हैं। लेकिन जब बात आती है कि स्प्राउट्स को कच्चा खाएं या स्टीम करके, तो लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि Steamed Sprouts vs Raw Sprouts: कौन सा ज्यादा हेल्दी है, बच्चों के लिए कौन सा बेहतर है, और इन्हें खाने के सही तरीके क्या हैं।

. स्प्राउट्स क्या होते हैं?

स्प्राउट्स वे दाने होते हैं जिन्हें पानी में भिगोकर कुछ घंटों या एक-दो दिन तक अंकुरित होने के लिए छोड़ दिया जाता है। आमतौर पर मूंग दाल, चना, मूंगफली, सोयाबीन, मसूर आदि को स्प्राउट्स बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अंकुरित होते ही इन दानों में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है।

. Raw Sprouts: क्या फायदे हैं?

कच्चे स्प्राउट्स यानी Raw Sprouts को बिना पकाए सीधा खाया जाता है। इसमें पोषक तत्व पूरे बने रहते हैं।
फायदे:

  • ज्यादा पोषक तत्व – कच्चे स्प्राउट्स में विटामिन C, B-कॉम्प्लेक्स, और मिनरल्स भरपूर होते हैं।
  • फाइबर से भरपूर – पाचन को मजबूत करता है।
  • कम कैलोरी – वजन घटाने में मदद करता है।
  • एनर्जी बूस्टर – बच्चों और स्टूडेंट्स के लिए बेहतरीन स्नैक।

लेकिन सावधानी:
कच्चे स्प्राउट्स में बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा होता है। अगर इन्हें ठीक से धोया नहीं गया तो फूड पॉइजनिंग हो सकती है। बच्चों, बुजुर्गों और प्रेग्नेंट महिलाओं को कच्चे स्प्राउट्स खाने से बचना चाहिए।

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. Steamed Sprouts: क्या फायदे हैं?

स्टीम किए हुए स्प्राउट्स यानी भाप में हल्का पकाए गए स्प्राउट्स। इन्हें कच्चे स्प्राउट्स से थोड़ा अलग तरीके से तैयार किया जाता है।
फायदे:

  • सेफ और हाइजीनिक – स्टीम करने से बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं।
  • पचने में आसान – छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए बेहतर।
  • गैस और ब्लोटिंग कम – कच्चे स्प्राउट्स से गैस होने की संभावना रहती है, लेकिन स्टीम करने से यह समस्या नहीं होती।
  • हल्का गर्म – सर्दियों में खाने के लिए अच्छा विकल्प।

ध्यान दें:
स्टीमिंग के दौरान थोड़े विटामिन C और कुछ मिनरल्स कम हो सकते हैं। लेकिन बाकी पोषक तत्व काफी हद तक बने रहते हैं।

. Steamed Sprouts vs Raw Sprouts: तुलना

पैरामीटरRaw SproutsSteamed Sprouts
पोषक तत्वज्यादा (बिना नुकसान)हल्का कम, लेकिन सुरक्षित
हाइजीनबैक्टीरिया का खतराबैक्टीरिया फ्री, ज्यादा सुरक्षित
पचने में आसानथोड़ा मुश्किलज्यादा आसान
बच्चों के लिएनहीं (फूड पॉइजनिंग रिस्क)हाँ, बेहतर विकल्प
गैस की समस्याज्यादा हो सकती हैकम होती है

. बच्चों के लिए कौन सा बेहतर है?

बच्चों की इम्यूनिटी बड़ों की तरह स्ट्रॉन्ग नहीं होती। इसलिए कच्चे स्प्राउट्स बच्चों को नहीं देने चाहिए। बच्चों के लिए स्टीम किए हुए स्प्राउट्स सबसे अच्छा विकल्प है। आप इन्हें हल्का नमक, नींबू और थोड़ा सा चाट मसाला डालकर स्वादिष्ट बना सकते हैं।

. स्प्राउट्स खाने का सही तरीका

  1. स्प्राउट्स को अच्छी तरह धोएं।
  2. बच्चों और बुजुर्गों को हमेशा स्टीम या उबालकर दें।
  3. हेल्दी स्नैक बनाने के लिए स्प्राउट्स में प्याज, टमाटर, खीरा और नींबू डालें।
  4. सर्दियों में स्टीम किए हुए स्प्राउट्स ज्यादा अच्छे रहते हैं।
  5. ज्यादा नमक या तैलीय मसाले न डालें।

. निष्कर्ष

तो, Steamed Sprouts vs Raw Sprouts में कौन जीता? जवाब है – दोनों हेल्दी हैं, लेकिन स्टीम किए हुए स्प्राउट्स ज्यादा सुरक्षित और बच्चों के लिए बेहतर हैं। अगर आप पूरी तरह फिट और हेल्दी हैं तो कच्चे स्प्राउट्स भी खा सकते हैं। लेकिन साफ-सफाई और हाइजीन का ध्यान रखें।