परिचय (Introduction)

Haldiram And Hoco’s Diwali Dhamaka: अब दिवाली का त्यौहार आते ही भारत में मिठाई उसके रंग फेल जाते हैं और रिश्तों में गर्माहट के चारो तरफ फेल जाते हैं इस बार इस्तेमाल मिठाई में एक ठंडी हवा का झोंका लेकर, आई है दो भारतीय मिस कंपनी कोको आइसक्रीम या हल्दीराम डोनन मिल्कर एक अनोखा दिवाली कंपनी लॉन्च की है कुकर टेक्नोलॉजी, जिसमें मिठाई के पारिवारिक खुशबू और आइसक्रीम की जोड़ी गई है इस कंपनी में राजस्थान और मशहूर मीम खान की जुदाई की आवाज है इस लोगो को एक साथ लेकर त्योहारों में असली मिठास का एहसास कराती है आइए जानते हैं

हल्दीराम का दिवाली कैंपेन (Hocco and Haldiram’s Diwali campaign – ‘Cooler, Together’)

दिवाली 2025 को खास बनाने के लिए, हॉक्को आइसक्रीम और हल्दीराम ने मिलकर यह नया अभियान शुरू किया है। इस अभियान की संकल्पना और क्रियान्वयन कलेक्टिव क्रिएटिव लैब्स (सीसीएल) द्वारा किया गया है। इस पहल में दो विशिष्ट नए स्वाद शामिल हैं—ऑरेंज बर्फी और मिल्क-कुचेन ये दोनों स्वाद भारतीय मिठाइयों के स्वाद और आइसक्रीम की ठंडक का एक आदर्श मिश्रण हैं। “इस दिवाली, हमारा उद्देश्य कुछ ऐसा बनाना था जो लोगों को एक साथ लाए। हल्दीराम के साथ सहयोग करना एकदम सही था। ‘कूलर, टुगेदर’ सभी को अपनों के साथ छोटी-छोटी खुशियों का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह सिर्फ़ एक अभियान नहीं, बल्कि एक भावना है।” “हॉको और हल्दीराम दो अलग-अलग समय की भावनाओं—पुरानी यादों और ताज़गी—का मिश्रण हैं। ‘कूलर, टुगेदर’ के साथ, हमने लय, रंगों और संगीत के माध्यम से इस जुड़ाव को जीवंत किया है।”

कैंपेन की झलक (Campaign preview)

इस म्यूजिक-ड्रिवन फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे अलग-अलग लोग दिवाली मनाते हुए Orange Barfi और Milk Cake Ice Cream शेयर कर रहे हैं।
विजुअल्स में पेस्टल और गेंदे के फूलों से प्रेरित टोन का इस्तेमाल किया गया है।
हर फ्रेम में Hocco x Haldiram के पैकेजिंग विजुअली दिखाई देती है।

Featured

दिवाली गिफ्टिंग में नया ट्रेंड (New trend in Diwali gifting)

Hocco Ice Cream ने इन नए फ्लेवरों को Diwali Gifting Range के रूप में पेश किया है — यानी एक ऐसा गिफ्ट जो पारंपरिक भी है और मॉडर्न भी।
Collective Creative Labs ने इस कैंपेन को कंसेप्ट और प्रोडक्शन दोनों स्तरों पर इंटीग्रेट किया है।

 हल्दीराम का मालिक कौन है? (Who is the Owner of Haldiram?)

हल्दीराम की कहानी 1937 में बीकानेर (राजस्थान) से शुरू हुई थी।
इसके संस्थापक थे गंगा बिशन अग्रवाल, जिन्हें प्यार से लोग हल्दीराम जी के नाम से जानते हैं।
उन्होंने सबसे पहले भुजिया (Bikaneri Bhujia) को लोकप्रिय बनाया।

आज हल्दीराम एक पारिवारिक समूह के रूप में तीन प्रमुख शाखाओं में बंटा हुआ है —

  1. Haldiram Nagpur Group
  2. Haldiram Delhi Group
  3. Haldiram Kolkata Group

इन सभी का मालिकाना हक अग्रवाल परिवार की अलग-अलग शाखाओं के पास है।

क्या हल्दीराम का मालिक अभी भी जेल में है? (Is Haldiram’s Owner Still in Jail?)

सोशल मीडिया पर कई बार अफवाहें चलीं कि हल्दीराम के किसी मालिक को जेल भेजा गया है।
लेकिन कंपनी की ओर से इस बात को पूरी तरह झूठा बताया गया है।
कानूनी और टैक्स से जुड़े कुछ विवाद जरूर सामने आए थे, परंतु वर्तमान में हल्दीराम का कोई मालिक जेल में नहीं है।

 क्या हल्दीराम स्टॉक मार्केट में लिस्टेड है? (Is Haldiram Listed in the Stock Market?)

नहीं, हल्दीराम किसी भी भारतीय स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं है।
यह एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है और इसका नियंत्रण परिवार के पास है।
हालांकि, मार्केट में IPO लॉन्च करने की चर्चा कई बार उठ चुकी है, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

 हल्दीराम क्यों बिक रहा है? (Why is Haldiram Being Sold?)

2024 और 2025 में खबरें आईं कि टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) हल्दीराम में हिस्सेदारी खरीदने में रुचि रखता है।
हालांकि, यह डील अभी तक फाइनल नहीं हुई है
हल्दीराम अपने बिज़नेस को ग्लोबल मार्केट में और आगे बढ़ाने की कोशिश में है, इसलिए वह रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) पर विचार कर रहा है।

 बीकाजी और हल्दीराम भाई हैं? (Are Haldiram and Bikaji Related?)

हाँ, दोनों का रिश्ता एक ही परिवार से है।
बीकाजी फूड्स (Bikaji Foods) के फाउंडर शिव रतन अग्रवाल, हल्दीराम के संस्थापक परिवार के सदस्य हैं।
दोनों कंपनियाँ बीकानेर के अग्रवाल परिवार से जुड़ी हुई हैं, लेकिन अब अलग-अलग स्वतंत्र ब्रांड्स के रूप में काम करती हैं।

बीकाजी का मालिक कौन है? (Who is the Owner of Bikaji?)

बीकाजी फूड्स इंटरनेशनल लिमिटेड (Bikaji Foods International Ltd.) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं शिव रतन अग्रवाल
कंपनी का मुख्यालय बीकानेर, राजस्थान में है।
यह कंपनी अब भारत की लिस्टेड फूड कंपनियों में से एक है और NSE-BSE पर ट्रेड होती है।

 क्या दो हल्दीराम हैं? (Are There Two Haldirams?)

असल में तीन हल्दीराम ग्रुप्स हैं —

  1. Haldiram Nagpur – पश्चिम भारत में लोकप्रिय।
  2. Haldiram Delhi – उत्तर भारत में प्रभुत्व रखता है।
  3. Haldiram Kolkata – पूर्वी भारत में प्रसिद्ध।

तीनों ग्रुप्स अलग-अलग मैनेजमेंट द्वारा संचालित हैं, लेकिन ब्रांड नाम “Haldiram” साझा करते हैं।

 हल्दीराम यूएसए में क्यों उपलब्ध नहीं है? (Why is Haldiram Not Available in the USA?)

2015 में US FDA (Food and Drug Administration) ने हल्दीराम के कुछ उत्पादों पर क्वालिटी स्टैंडर्ड्स को लेकर आपत्ति जताई थी।
इसके चलते अमेरिका में कुछ समय के लिए उनके उत्पाद प्रतिबंधित कर दिए गए थे।
हालांकि अब हल्दीराम ने अपने मैन्युफैक्चरिंग और पैकेजिंग प्रोसेस को अपडेट कर लिया है, और कुछ प्रोडक्ट्स यूएस के चुनिंदा स्टोर्स में उपलब्ध हैं।

 क्या हल्दीराम और बीकानेरवाला का रिश्ता है? (Is There a Relation Between Haldiram and Bikanervala?)

हाँ, दोनों का उद्गम बीकानेर से है और दोनों अग्रवाल परिवारों से हैं।
दोनों कंपनियाँ अपने-अपने तरीके से भारत की मिठाई और स्नैक्स इंडस्ट्री में बड़ा नाम हैं।
हालांकि अब ये दो स्वतंत्र ब्रांड्स हैं, जो अपनी पहचान और क्वालिटी के लिए जाने जाते हैं।

 क्या टाटा हल्दीराम का मालिक है? (Is Tata the Owner of Haldiram?)

नहीं, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) हल्दीराम की मालिक नहीं है।
हाल में हल्दीराम के अधिग्रहण को लेकर चर्चाएं जरूर हुईं, लेकिन टाटा और हल्दीराम के बीच कोई डील पक्की नहीं हुई।
अगर भविष्य में ऐसा होता है, तो यह भारतीय FMCG सेक्टर की सबसे बड़ी डील मानी जाएगी।

हल्दीराम और Hocco का मैसेज  मिठास और ठंडक का संगम (Message Behind ‘Cooler, Together’)

‘Cooler, Together’ का असली मकसद यह बताना है कि त्योहारों की खुशी तब पूरी होती है जब लोग साथ हों।
जहाँ हल्दीराम परंपरा और स्वाद का प्रतीक है, वहीं Hocco Ice Cream आधुनिकता और नवाचार का प्रतिनिधित्व करती है।
दोनों का यह मेल भारतीय त्योहारों को एक नई परिभाषा दे रहा है —
जहाँ मिठास भी है, और ठंडक भी।

निवारण (Redressal)

हल्दीराम और होको का ‘कूलर, टुगेदर’ अभियान सिर्फ़ मार्केटिंग से कहीं आगे बढ़कर एक सांस्कृतिक उत्सव का रूप लेता है। यह भारतीय ब्रांडों की पारंपरिक स्वादों को समकालीन रुझानों के साथ मिलाकर वैश्विक उपस्थिति दर्ज कराने की क्षमता को दर्शाता है। चाहे वह कैंडी हो, फ्रोजन डेज़र्ट हो, या आपसी संबंध हों— जब भी सभी एकजुट होते हैं, हर दिवाली एक “कूलर, टुगेदर” आयोजन में बदल जाती है।