परिचय (Introduction)
Nobel Peace Prize 2025: साल का प्रतीक्षित क्षण आखिरकार आ ही गया। वेनेजुएला की साहसी और दृढ़ विपक्षी नेता, मारिया कोरिना मचाडो को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। नॉर्वे के ओस्लो में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, नॉर्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष, जोर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने यह घोषणा की। समिति ने कहा, “मारिया मचाडो वेनेजुएला में एक ऐसी आवाज़ का प्रतिनिधित्व करती हैं जो बिखरे हुए विपक्ष को एकजुट करती हैं और स्वतंत्र चुनावों और प्रतिनिधि लोकतंत्र के लिए राष्ट्र के आह्वान को नया मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।”
मारिया कोरिना मचाडो कौन हैं? (Who is Maria Corina Machado?)
मारिया कोरिना मचाडो वेनेज़ुएला की एक प्रमुख राजनेता और विपक्ष की अग्रणी नेता हैं। उनका जन्म 7 अक्टूबर 1967 को काराकास में हुआ था।
वह इंजीनियरिंग में स्नातक हैं और लंबे समय से देश में लोकतंत्र और पारदर्शी शासन की मांग करती रही हैं।
वेनेज़ुएला की राजनीति में उन्हें “आयरन लेडी” कहा जाता है क्योंकि उन्होंने तानाशाही सरकारों के खिलाफ हमेशा डटकर आवाज़ उठाई है।

2025 में शांति का नोबेल पुरस्कार किसे मिला? (Who will receive the Nobel Peace Prize in 2025?)
2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो को दिया गया है।
उन्होंने वेनेज़ुएला के लंबे समय से चले आ रहे राजनीतिक संकट के बीच विपक्ष को एकजुट करने, अहिंसक आंदोलन चलाने और लोकतांत्रिक सुधारों की मांग को विश्व पटल पर लाने में अहम भूमिका निभाई।
नॉर्वे की कमेटी ने कहा कि मचाडो ने ऐसे समय में लोगों की आवाज़ उठाई, जब वेनेज़ुएला में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गंभीर खतरे मंडरा रहे थे।
मारिया कोरिना मचाडो की राजनीतिक विचारधारा क्या है? (What is Maria Corina Machado’s political ideology?)
मारिया कोरिना मचाडो की विचारधारा लिबरल डेमोक्रेसी पर आधारित है।
वह बाज़ार-आधारित अर्थव्यवस्था, मानवाधिकारों की रक्षा, और पारदर्शी शासन की समर्थक हैं।
उनका मानना है कि “लोकतंत्र केवल चुनाव नहीं, बल्कि जवाबदेही और स्वतंत्र संस्थाओं का संतुलन है।”
मचाडो “Vente Venezuela” पार्टी की संस्थापक हैं, जो स्वतंत्रता, विकास और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन का प्रतीक मानी जाती है।
निकोलस मादुरो के खिलाफ कौन उतरे थे? (Who ran against Nicolas Maduro?)
वेनेज़ुएला के वर्तमान राष्ट्रपति निकोलस मादुरो (Nicolás Maduro) के खिलाफ 2024-25 के आम चुनावों में विपक्ष ने एडमुंडो गोंज़ालेज़ (Edmundo González) को प्रत्याशी के रूप में उतारा था।
मारिया मचाडो ने इस चुनाव में विपक्षी गठबंधन को एकजुट करने और अभियान की रणनीति बनाने में केंद्रीय भूमिका निभाई थी।
एडमुंडो गोंज़ालेज़ अब कहाँ हैं? (Where is Edmundo González now?)
नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, एडमुंडो गोंज़ालेज़ वर्तमान में कोलंबिया में निर्वासन (exile) में रह रहे हैं।
उनका कहना है कि वे वेनेज़ुएला लौटना चाहते हैं, लेकिन राजनीतिक स्थिति और सुरक्षा चिंताओं के कारण ऐसा करना अभी संभव नहीं है।
नोबेल शांति समिति में कौन-कौन हैं? (Who are the members of the Nobel Peace Committee?)
नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी में पाँच प्रमुख सदस्य हैं:
- जॉर्गेन वाटने फ्राइडनेस – मानवाधिकार कार्यकर्ता (चेयरमैन)
- एस्ले टोजे – विदेशी नीति विशेषज्ञ
- ऐन एंगर – नॉर्वे की पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री
- क्रिस्टिन क्लेमेट – पूर्व शिक्षा मंत्री
- ग्राय लार्सन – पूर्व विदेश सचिव
इन पाँचों ने मिलकर सोमवार को इस साल के पुरस्कार पर अंतिम निर्णय लिया और उसी दिन इसकी घोषणा के बयान को अंतिम रूप दिया।

क्या मादुरो अब भी वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति हैं? (Is Maduro still the President of Venezuela?)
हाँ, निकोलस मादुरो अब भी वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति हैं, हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उनकी वैधता को लेकर सवाल उठते रहे हैं।
उन पर विपक्षी नेताओं के दमन, मानवाधिकार हनन और भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं।
मारिया मचाडो का यह सम्मान, मादुरो शासन के खिलाफ वैश्विक समर्थन का प्रतीक भी माना जा रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) (Frequently Asked Questions)
Q1. 2025 में शांति का नोबेल पुरस्कार किसे मिला?
वेनेज़ुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को।
Q2. मारिया मचाडो की राजनीतिक विचारधारा क्या है?
लिबरल लोकतंत्र, मुक्त अर्थव्यवस्था और मानवाधिकारों की समर्थक।
Q3. क्या निकोलस मादुरो अभी भी राष्ट्रपति हैं?
हाँ, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उनकी वैधता विवादित है।
Q4. एडमुंडो गोंज़ालेज़ कहाँ हैं?
वर्तमान में कोलंबिया में निर्वासन में हैं।
Q5. मलाला यूसुफजई किसलिए प्रसिद्ध हैं?
लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष करने के कारण।
2025 में कितने नोबेल पुरस्कार दिए गए हैं? (How many Nobel Prizes will be awarded in 2025?)
हर साल की तरह, 2025 में भी छह श्रेणियों में नोबेल पुरस्कार प्रदान किए गए हैं —
- भौतिकी (Physics)
- रसायन (Chemistry)
- चिकित्सा (Medicine)
- साहित्य (Literature)
- अर्थशास्त्र (Economics)
- शांति (Peace)
शांति पुरस्कार की घोषणा हर साल ओस्लो (नॉर्वे) में होती है, जबकि बाकी श्रेणियों के पुरस्कार स्टॉकहोम (स्वीडन) में दिए जाते हैं।

मलाला यूसुफजई किसलिए जानी जाती हैं? (What is Malala Yousafzai known for?)
मलाला यूसुफजई दुनिया की सबसे कम उम्र की नोबेल शांति पुरस्कार nobel-peace-prize-2025 विजेता हैं।
उन्होंने पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष किया था।
2014 में उन्हें भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था।
आज भी मलाला महिलाओं और शिक्षा के अधिकार की वैश्विक प्रतीक हैं।
कौन-कौन से नाम चर्चा में थे लेकिन जीत नहीं पाए? (Which names were in the discussion but did not win?)
इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार तय होने से पहले कई बड़े नाम चर्चा में थे —
- डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) — जिन्होंने खुद को नोबेल के लिए “सबसे योग्य उम्मीदवार” बताया था।
उनका दावा था कि उन्होंने “9 महीनों में 8 युद्ध रोक दिए”, लेकिन कमेटी ने उन्हें नजरअंदाज किया। - इज़रायल–हमास युद्धविराम पर मध्यस्थता करने वाले संगठनों को भी संभावित उम्मीदवारों में गिना गया।
- यूक्रेन शांति वार्ता में शामिल मानवीय संगठनों के नाम भी चर्चा में थे।
हालांकि, नॉर्वेजियन कमेटी ने साफ कहा कि “मध्यपूर्व में संभावित शांति समझौते को अगले साल के लिए विचार किया जाएगा।”
नॉर्वे और अमेरिका के बीच नए समीकरण (New equations between Norway and the United States)
दिलचस्प बात यह है कि नोबेल घोषणा के समय नॉर्वे और अमेरिका के बीच 15% टैरिफ कम करने को लेकर व्यापार समझौते की बातचीत चल रही थी।
हालांकि नोबेल कमेटी ने किसी राजनीतिक प्रभाव से इनकार किया है, लेकिन ट्रंप के लगातार “लॉबिंग” करने से बहस ज़रूर छिड़ी।
2025 Nobel Peace Prize: Highlights at a glance(2025 नोबेल शांति पुरस्कार: मुख्य बातें एक नज़र में)
- निर्णय सोमवार को अंतिम बैठक में हुआ
- विजेता: मारिया कोरिना मचाडो (वेनेज़ुएला)
- विषय: लोकतंत्र, स्वतंत्र चुनाव और राजनीतिक एकता
- ट्रंप की नोबेल महत्वाकांक्षा नाकाम रही
- कमेटी में पाँच नॉर्वेजियन सदस्य
- नॉर्वे ने कहा — “शांति केवल युद्ध रोकने से नहीं, बल्कि न्याय से आती है।”
क्या कहा मचाडो ने पुरस्कार मिलने पर? (What did Machado say when he received the award?)
नोबेल सम्मान मिलने के बाद मारिया मचाडो ने एक भावुक बयान जारी किया —
“यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं, बल्कि हर उस वेनेज़ुएलन नागरिक का है जो बिना डर के लोकतंत्र में विश्वास करता है।
यह हमारे संघर्ष की पहचान है, जो स्वतंत्रता और न्याय की राह पर चल रहा है।”
निवारण (Redressal)
मारिया कोरिना मचाडो का पुरस्कार न केवल वेनेज़ुएलावासियों के लिए, बल्कि दुनिया भर के उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो लोकतंत्र से प्रेम करते हैं। जैसे-जैसे सत्तावादी ताकतें मज़बूत होती जा रही हैं, मचाडो की बहादुरी हमें याद दिलाती है कि “शांति केवल युद्ध का अभाव नहीं, बल्कि न्याय की उपस्थिति है।”