परिचय (Introduction)
rajasthan-weather: राजस्थान में मौसम इस समय एक दिलचस्प दौर से गुज़र रहा है। हालाँकि सितंबर के आखिरी हफ़्ते में मानसून खत्म हो रहा है, फिर भी कई इलाकों में अच्छी बारिश हो रही है। पिछले दो दिन, खासकर उदयपुर और कोटा संभाग में, बादल छाए रहे और हल्की से मध्यम बारिश से गर्मी से राहत मिली है। लेकिन मौसम विभाग के अनुसार, मानसून खत्म होने के बाद राज्य के ज़्यादातर इलाकों में तापमान बढ़ना शुरू हो गया है। आइए राजस्थान की ताज़ा मौसम रिपोर्ट, कुल बारिश और आने वाले दिनों के पूर्वानुमानों पर एक नज़र डालते हैं।
मानसून विदाई की प्रक्रिया (Monsoon Withdrawal Process)

भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, राजस्थान से सामान्यत: मानसून की विदाई सितंबर के तीसरे या चौथे सप्ताह में शुरू होती है। इस बार भी मौसम का रुख यही संकेत दे रहा है। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों से मानसून ने विदाई लेना शुरू कर दिया है। वहीं, पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में अभी भी बादल छाए हुए हैं और बौछारें पड़ रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून विदाई की प्रक्रिया के दौरान कई बार स्थानीय मौसम प्रणालियाँ सक्रिय हो जाती हैं, जिससे अचानक बारिश हो जाती है। यही कारण है कि उदयपुर और कोटा में बीते 48 घंटों से बारिश दर्ज की गई।
उदयपुर-कोटा में झमाझम बारिश (Heavy Rain In Udaipur-Kota)
उदयपुर संभाग में लगातार बादल बने रहने से मौसम सुहाना हो गया है। झीलों की नगरी में झमाझम बारिश के कारण फतेहसागर और पिछोला झील का जलस्तर बढ़ गया है। बारिश से यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों को भी फायदा मिला है। किसान खरीफ फसल की कटाई से पहले बारिश पाकर खुश नजर आ रहे हैं। वहीं, कोटा जिले में भी देर रात तक बारिश का दौर चलता रहा। शहर की गलियों में पानी भर गया और यातायात प्रभावित हुआ। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों ने राहत की सांस ली।
तापमान में वृद्धि का असर (Effect Of Increase In Temperature)
हालांकि बारिश का असर कुछ क्षेत्रों तक ही सीमित है। राजस्थान के अन्य हिस्सों, खासकर पश्चिमी इलाकों में मानसून विदाई के चलते तापमान बढ़ने लगा है। बीकानेर, जोधपुर और जैसलमेर में दिन का तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यहां गर्म हवाओं के चलते लोगों को दोपहर में उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
जयपुर में भी सुबह और शाम मौसम सुहावना रहता है, लेकिन दोपहर में तेज धूप निकलने से गर्मी का एहसास होता है।

किसानों पर मौसम का असर (Effect Of Weather On Farmers)
राजस्थान की अर्थव्यवस्था में कृषि की अहम भूमिका है और मौसम सीधे किसानों की जिंदगी को प्रभावित करता है। मानसून विदाई से पहले की यह बारिश खरीफ फसलों जैसे सोयाबीन, मूंगफली और धान के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अक्टूबर के पहले हफ्ते तक हल्की बारिश जारी रहती है, तो खेतों में नमी बनी रहेगी, जिससे रबी फसलों की बुआई के लिए बेहतर स्थिति तैयार होगी। हालांकि, पश्चिमी जिलों में बढ़ते तापमान के चलते किसान सिंचाई पर निर्भर रहेंगे।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान (Weather Department Forecast)
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों के लिए राजस्थान का पूर्वानुमान जारी किया है।
- उदयपुर, कोटा, बूंदी, चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है।
- जयपुर, अलवर और दौसा जैसे जिलों में आंशिक बादल छाने की संभावना है।
- पश्चिमी राजस्थान यानी जैसलमेर, बाड़मेर और जोधपुर में मौसम शुष्क रहेगा और तापमान 37 से 39 डिग्री तक जा सकता है।
IMD का कहना है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून पूरी तरह से राजस्थान से विदा हो जाएगा। इसके बाद धीरे-धीरे रात और सुबह के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
शहरों में मौसम का हाल (Weather Condition In Cities)

- उदयपुर: 24 घंटे में 22 मिमी बारिश दर्ज, अधिकतम तापमान 29°C रहा।
- कोटा: 18 मिमी बारिश, न्यूनतम तापमान 25°C।
- जयपुर: अधिकतम तापमान 34°C, आंशिक बादल।
- जोधपुर: अधिकतम तापमान 37°C, गर्म हवाएं जारी।
- बीकानेर: 38°C तापमान, शुष्क मौसम।
लोगों की प्रतिक्रियाएँ (People’s Reactions)
बारिश वाले जिलों में लोग मानसून की आखिरी झड़ी का आनंद उठा रहे हैं। उदयपुर में झील किनारे घूमने वालों की भीड़ बढ़ गई है। कोटा के लोगों ने सोशल मीडिया पर झमाझम बारिश की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। वहीं, गर्मी वाले क्षत्रो में लोग जल्द से जल्द ठंडी हवाओं का इंतजार कर रहे हैं।
निवारण (Redressal)
कुल मिलाकर, राजस्थान विदा हो रहे मानसून के असर को साफ़ तौर पर महसूस कर रहा है। पश्चिमी इलाकों में तापमान बढ़ रहा है, जबकि उदयपुर और कोटा जैसे ज़िलों में बारिश कम हो रही है। आने वाले दिनों में, बारिश और सघन होगी और अक्टूबर से पूरे राज्य में ठंडी हवाएँ चलने लगेंगी।
किसानों, आम जनता और पर्यटकों, सभी के लिए राजस्थान में मौसम का यह बदलाव महत्वपूर्ण है। मानसून की आखिरी बारिश से फ़सलें फिर से जीवंत हो रही हैं और जल्द ही सर्दी आ जाएगी।